रंग बदलने वाली सब्जियां
प्रकृति में सिर्फ पत्ते और छिपकलियाँ ही रंग नहीं बदलते बल्कि कुछ सब्जियां भी निराले ढंग से रंगीन हो जाती हैं. रंग बदलने के बाद इनमें से कुछ में ज्यादा पौष्टिकता भी आ जाती है. बच्चों को भी रंगबिरंगी खाने की चीजें अच्छी लगती हैं. नजर डालते हैं ऐसी ही कुछ सब्जियों पर जो अपने सामान्य रंग से अलग रंगों में भी मिल जाती हैं.
नारंगी और गुलाबी गोभी
फूल गोभी में गुलाबी रंग एंटीऑक्सीडेंट एंथोसियानिन के चलते आता है. यह तत्व लाल पत्ता गोभी और रेड वाइन में भी पाया जाता है. नारंगी रंग बीटा कारोटिन के चलते आता है, इंसानी शरीर बाद में इसे विटामिन ए में बदल लेता है.
नीला मक्का
दक्षिण पश्चिमी अमेरिका और मेक्सिको में नीला मक्का काफी मात्रा में उगाया जाता है. कई बार दूसरी जगहों पर भी कुछ मक्के नीले पड़ जाते हैं. नीला रंग एंथोसियानिन के चलते आता है. नीले रंग के फलों में यह वर्णक हमेशा पाया जाता है. नीले मक्का में पीले के मुकाबले ज्यादा प्रोटीन होता है.
सुनहरी जुकिनी
पहाड़ी कद्दू की एक किस्म को जुकिनी कहा जाता है. आम तौर पर यह हरी होती है लेकिन सर्दियां आते आते यह कभी कभार सुनहरी हो जाती है.
बैंगनी आलू
बैंगनी आलू मूल रूप से पेरू और बोलिविया की फसल हैं. जमीन में फाइटोकेमिकल्स ज्यादा मौजूद हों तो आम आलू भी इसे सोखकर बैंगनी रंग अपना सकता है.
कलेजी गाजर
मूल रूप से गाजर गहरा गुलाबी या नारंगी होता है. पतझड़ के दौरान इसमें दूसरे किस्म के वर्णक विकसित होने लगते हैं और कई बार रंग पीला या कलेजी हो जाता है.