मैक्सिको की वेनेसा पोंस वेलेऑन बनी मिस वर्ल्ड 2018
चीन में शनिवार को हुई ‘मिस वर्ल्ड 2018’ प्रतियोगिता का खिताब मैक्सिको की 26 वर्षीय वेनेसा पोंस वेलेऑन अपने नाम करने में कामयाब रही हैं. वहीं इस प्रतियोगिता में फर्स्ट रनर अप मिस थाईलैंड रहीं. मिस वर्ल्ड 2017 रहीं मानुषी छिल्लर ने अपने हाथों से वेनेसा को ताज पहनाया.
किस सवाल का जवाब देकर जीता फाइनल
मिस वर्ल्ड बनी मेक्सिको की वेंमेसा पोंस वेलेऑन से फाइनल राउंड में सवाल किया गया था कि वे दूसरों की भलाई के लिए इस खिताब के प्रभाव का इस्तेमाल कैसे करेंगी? इसपर वेनेसा का जवाब था ‘ मैं इस खिताब का इस्तेमाल वैसे ही करूंगी जैसे मैं पिछले तीन साल से कर रही हूँ. हमारे आस पास हमेशा ऐसे लोग होते हैं जिन्हें मदद की जरूरत होती है. हम सबको उनके प्रति उदार होने की जरूरत है. यह खिताब मुझे अपनी आवाज को और बुलंद बनाने का मौका देगा.’
कौन हैं मिस वर्ल्ड 2018 में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली अनुकृति वास
भारत की तरफ से प्रतियोगिता में तमिलनाडु की 20 वर्षीय मॉडल अनुकृति वास ने हिस्सा लिया था. अनुकृति टॉप 30 में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहीं. अनुकृति मिस इण्डिया साउथ के साथ ही मिस इंडिया 2018 का खिताब जीतने में भी सफल रही थीं. अनुकृति फिलहाल चेन्नई के लोयोला कॉलेज से फ्रेंच लैंग्वेज में अपनी बैचलर डिग्री के लिए पढाई कर रही हैं. अनुकृति की माँ एक सिंगल मदर हैं और यह उनका सपना था कि उनकी बेटी एक फ्रेंच लैंग्वेज की ट्रांसलेटर बने. अनुकृति को संगीत और नृत्य दोनों में ही गहरी रुचि है, साथ ही वो कमाल की बाइकर भी हैं. वे स्टेट लेवल की एथलीट भी हैं. अनुकृति फाइन आर्ट्स के क्षेत्र में लगातार काम करना चाहती हैं और साथ ही एक सुपर मॉडल भी बनना चाहती हैं.
आपको बताना चाहेंगे कि अनुकृति को मिस इंडिया का खिताब केवल उनकी खूबसूरती के कारण नहीं बल्कि उनके सबसे खूबसूरत जवाब के कारण मिला था. फाइनल राउंड में जजेस का सवाल था कि जीवन में सफलता को अच्छा शिक्षक माना जाए या असफलता को?
इसपर अनुकृति का जवाब था कुछ इस तरह था- ‘मैं असफलता को एक बेहतर शिक्षक की तरह देखती हूँ. क्योंकि जब आप अपने जीवन में लगातार सफलता ही पाते हैं तो आप केवल कुछ चीजों तक ही सीमित होकर रह जाते हैं. वहीं असफलता आपको मुश्किल समय में मजबूती से खड़े रहना सिखाती है. मेरे जैसी एक छोटे से गाँव की लड़की ने अपने जीवन में लगातार असफलता ही देखी है. सोसाइटी भी ऐसे में आपके लिए एक अलग धारणा बना लेती हैं. ऐसे मुश्किल समय में मेरे साथ सिवा मेरी माँ के और कोई खड़ा नहीं था. असफलता आपके अंदर लगातार तब तक कोशिश करते रहने की आग को जलाये रखती है जब तक आप सफल नहीं हो जाते. और एक दिन आपको वो मिलता है जो आप चाहते हैं.’ इस जवाब ने जजेस का दिल जीत लिया और अनुकृति ने मिस इंडिया 2018 का खिताब जीत लिया. हालांकि मिस वर्ल्ड में वह अपना जादू नहीं चला पायीं.