महाशिवरात्रि 2018: शिव उपासना और रुद्राभिषेक से मिलेंगे ये लाभ
महाशिवरात्रि पर देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने के लिए शास्त्रों में जलाभिषेक या रुद्राभिषेक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। माना जाता है कि इस अवसर पर भगवान शिव की पूजा अराधना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ऐसी मान्यता है सबसे आसानी से प्रसन्न होने वाले देवता भगवान शिव ही हैं। महाशिवरात्रि को यदि और कुछ न कर पाएं तो जलाभिषेक ही भगवान शिव की कृपा पाई जा सकती है।
शिवलिंग का अलग-अलग पदार्थों अभिषेक करने से भक्तों को विशेष लाभ प्राप्त होता है। यहां हम आपको रुद्राभिषेक के 6 प्रकारों और उनके विशेष महत्व के बारे में बता रहे हैं-
1- जलाभिषेक-
शास्त्रों के जानकारों के अनुसार, भगवान शिव को जलाभिषेक करने से अच्छी वृष्टि होती है और मनोरथ पूरे होते हैं।
दुग्ध अभिषेक
शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से साधक को दीर्घायु प्राप्त होती है।
3- शहद अभिषेक
भगवान शिव का शहद से अभिषेक करने से जीवन के सभी दूख और कष्ट दूर होते हैं।
4- पंचामृत अभिषेक : दूध, दही, मिश्री, घी तथा शहद के मिश्रण से तैयार पंचामृत भगवान से शिव का अभिषेक करने से धन, सम्पदा की प्राप्ति होती है।
5- घी अभिषेक
मान्यता है कि शिवलिंग पर घी चढ़ाने पर किसी प्रकार का शारीरिक रोग या कोई रोग नहीं सताता।
6- दही अभिषेक
मान्यता है दही से अभिषेक करने से साधक को संतान सुख प्राप्त होता है।