यूं ही नहीं मेरे शब्दों का जमाना दीवाना है
कोरोना तो महज एक बहाना है, असल मकसद तो कर्मफल चुकाना है। सालों से पिंजरे में कैद थी चिड़िया, अब
Read moreकोरोना तो महज एक बहाना है, असल मकसद तो कर्मफल चुकाना है। सालों से पिंजरे में कैद थी चिड़िया, अब
Read moreप्रशान्त आर्यवंशी kprashant1920@gmail.com अब गरीबों से बात कौन करता है ! वो शाह लोग हैं.. मुलाकात कौन करता है
Read moreहर एक बात पर इतना क्यों अकड़ रहा है वो, टूटा हुआ है अंदर से ज़र्रा-ज़र्रा झड़ रहा है वो।
Read moreबड़े हो तो इतना बड़प्पन भी दिखाया करो, छोटी मोटी बातों में औकात पे मत आया करो। ********* जब भी
Read moreअगर इंसान की पूँछ होती, तो क्या अजब ये दुनिया होती, पूंछों मूंछों के चक्कर में,सारी दुनिया उलझी होती। अगर
Read moreसालों सँभलना है एक पल में बहक जाना है, दिल क्या हाथों से रेत सर-सर सरक जाना है। ********* नाज़
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