दुनिया के सबसे तेज़ कम्प्यूटर ने खोजा कोरोना को खत्म करने वाला रसायन
वैज्ञानिकों के सामने फिलहाल बड़ी चुनौती है कि उन्हें अपने रिसर्च की रफ्तार कोरोना संक्रमण के फैलने से ज्यादा तेजी से करनी होगी. इसके लिए वैज्ञानिकों ने दुनिया के सबसे तेज सुपर कंप्यूटर समिट की मदद ली है. इसने 77 ऐसे रसायन पहचाने हैं, जो कोरोना वायरस संक्रमण रोकने में सक्षम है. इससे वैक्सीन बनाने में मदद मिल सकती है.
यह रसायन कोरोना वायरस को शरीर की अन्य कोशिकाओं में फैलने से रोकते हैं. कोरोना वायरस अब तक 182 देशों फैल चुका है. रिसर्च के मुताबिक, वायरस बाहरी कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं. समिट का काम ऐसी कोशिकाओं की पहचान करना और इसके बाद दवा से वायरस के फैलने को रोकना है. रिसर्चर ने कोरोनावायरस की पहचान करने वाला मॉडल भी बनाया है. जनवरी में तैयार यह मॉडल बताता है कि कैसे अणु और दूसरे कण दवा के साथ रिएक्ट करते हैं. सुपर कम्प्यूटर ने 8000 से ज्यादा यौगिकों की पहचान की है, ये प्रोटीन वायरस को रोकते हैं. यह संक्रमित कोशिकाओं को भी रोकने में सक्षम हैं.
Scientists have used the most powerful supercomputer in the world, @OLCFGOV at @ORNL, to identify 77 compounds with the potential to block #COVID19 from infecting cells #ICYMI https://t.co/dNNPBoKe0c pic.twitter.com/b5s43XKypN
— DOE Science (@doescience) March 19, 2020
क्या है समिट
सुपर कंप्यूटर समिट का निर्माण दुनिया की समस्याओं को सुलझाने के लिए ही किया गया है. अमेरिका के ऊर्जा विभाग ने वर्ष 2014 में समिट पर काम शुरू किया था. यह सुपर कंप्यूटर 200 पेटाफ्लॉप की गणना करने में सक्षम है. यह सबसे तेज लैपटॉप से 10 लाख गुना ज्यादा शक्तिशाली है. अब शोधकर्ताओं की टीम समिट पर दोबारा इन 77 रसायनों की जांच करेगी और कोरोना के खात्मे के लिए सबसे अच्छे मॉडल का निर्माण करेगी.