88 साल बाद घोड़े पर सवार हो कर पेट्रोलिंग करेगी मुम्बई पुलिस, ये है वजह
इस साल शिवाजी पार्क में गणतंत्र दिवस की परेड के बाद मुंबई को यातायात और भीड़ नियंत्रण के लिए माउंटेड पुलिस यूनिट मिलेगी. इस टुकड़ी में जवानों को घोड़ों के साथ ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा. यह पुलिस इकाई महानगर की सड़कों पर गश्त करेगी. साल 1932 में बढ़ते ट्रैफिक के कारण यह यूनिट बंद हो गई थी.
आज मुंबई पुलिस के पास बेशक आधुनिक जीप और मोटरसाइकिल हैं. लेकिन भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पुलिस की गश्त के लिए एक माउंटेड यूनिट उपयोगी होगी. ऐसा आजादी के बाद पहली बार किया जा रहा है.
त्योहारों और मार्च के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए यूनिट में घोड़ों का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे समुद्र तटों पर भी अच्छी नजर रखी जा सकती है. माना जाता है घोड़े पर सवार एक पुलिसकर्मी, जमीन पर मौजूद 30 जवानों के बराबर काम कर सकता है.
सरकार इस यूनिट को पुणे और नागपुर जैसे शहरों में भी लागू कर सकती है. अगले छह महीने के भीतर यूनिट में एक सब-इंस्पेक्टर के अलावा 30 घोड़े, एक सहायक PSI, चार हवलदार और 32 कांस्टेबल को शामिल किया जाएगा. फिलहाल इसके लिए13 घोड़े खरीदे गए हैं और बाकी अगले छह महीनों में खरीदे जाएंगे. मरोल में इन घोड़ों के लिए 2.5 एकड़ में अस्तबल बनाया जाएगा.