गांधीजी जैसा पहनावा होने के कारण टीटीई ने बुजुर्ग को ट्रेन से उतारा, पास में था कंफर्म टिकट
कंफर्म आरक्षित सीट होने के बावजूद गुरुवार को एक बुजुर्ग यात्री को टीटीई ने उनकी वेशभूषा की वजह से शताब्दी में चढ़ने नहीं दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वाकये को सच मानें तो 82 वर्ष के ये बुजुर्ग सिर्फ धोती और गमछे में थे, इसलिए टीटीई ने टिकट तक देखना मुनासिब नहीं समझा और यात्री को ट्रेन में चढ़ने नहीं दिया। मामला इटावा स्टेशन का है। बुजुर्ग ने नाराजगी जताते हुए इटावा स्टेशन मास्टर से इसकी लिखित शिकायत भी की है।
गुरुवार को धोती और गमछे में यात्री रामअवध दास (82 वर्ष) गाजियाबाद के लिए शताब्दी एक्सप्रेस पकड़ने इटावा स्टेशन पहुंचे। उनके पास इटावा से गाजियाबाद तक कोच सी-टू में बर्थ नंबर 71 का कंफर्म टिकट था। जब वह कोच में चढ़ने लगे तो टीटीई ने उन्हें चढ़ने नहीं दिया। उन्होंने टीटीई को टिकट भी दिखाना चाहा, लेकिन उसने एक न सुनी।
रामअवध के मुताबिक टीटीई ने उनकी वेशभूषा को लेकर आपत्ति जताते हुए उन्हें कोच से उतार दिया। नाराज यात्री ने इटावा स्टेशन मास्टर से शिकायत की है। हालांकि उन्होंने वेशभूषा को लेकर आपत्ति जताने की बात शिकायत में दर्ज नहीं की है। रामअवध पेशे से एक बाबा हैं और बाराबंकी के रहने वाले हैं। वह हर साल इटावा अपने एक शिष्य से मिलने आते हैं। वह हमेशा धोती और गमछे में रहते हैं।