अब जामा मस्जिद में टिक टॉक वीडियो बनाने वालों की खैर नहीं
दिल्ली की जामा मस्जिद में टिक-टॉक वीडियो बनाने वालों की अब खैर नहीं है। जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुखारी ने कहा जामा मस्जिद में टिक-टॉक वीडियो बनाने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है। मस्जिद परिसर में टिक-टॉक वीडियो बनाने वालों की धर-पकड़ के लिए 10 लोगों की टीम गठित की गई है। ये सभी 10 सदस्य ऐसे लोगों को पकड़ेंगे और उनपर कार्रवाई करेंगे।
बताते चलें कि बीते मंगलवार से जामा मस्जिद परिसर में टिक टॉक को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके बाद ही 10 लोगों की टीम का गठन किया गया है जो कि सुबह से शाम तक संदिग्धों पर नजर रखेगी। प्रतिबंध का फरमान जारी होने के बाद से लगभग हर घंटे मस्जिद में टिक टॉक न चलाने से संबंधित घोषणा की जा रही है।
जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुखारी ने बताया कि जामा मस्जिद परिसर में टिक-टॉक ऐप के जरिए कम से कम पांच वीडियो बनाए गए हैं। एक वीडियो में महिला को हैंड स्टैंड करते हुए देखा जा सकता है। इमाम ने बताया कि टिक टॉक पर प्रतिबंध के बाद बनी टीम ने अभी तक तीन ऐसे लोगों को पकड़ चुकी है जो मस्जिद में वीडियो बना रहे थे।
उन्होंने कहा कि युवा यहां वीडियो बनाते हैं और फिर बाद में बैकग्राउंड स्कोर जोड़ देते हैं। पकड़े जाने पर उन्हें वीडियो हटाने के लिए कहा जाता है। अगर वह वीडियो नहीं हटाते हैं तो हम फोन से ऐप हटा देते हैं।
मस्जिद के इमाम बुखारी ने कहा कि लोगों के बीच टिक-टॉक वीडियो का क्रेज बढ़ता जा रहा है। चाहे मंदिर हो, मस्जिद हो या गुरुद्वारा कोई भी ऐसी जगह इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकता। मस्जिद प्रार्थना की जगह है यह जगह इन सब चीजों (टिक-टॉक) के लिए नहीं है क्योंकि यहां संगीत बजाना मना है।